
Yogendra Yadav
June 14, 2025 at 04:05 PM
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनावी प्रक्रिया की प्रमाणिकता पर सवाल उठाए हैं। चुनाव की प्रमाणिकता का सवाल नाजुक है और अहम भी।
महाराष्ट्र में 6 महीने में वोटर लिस्ट में 56 लाख बदलाव कैसे?
शाम 5 बजे 58% मतदान रातोंरात 66% कैसे हो गया?
फॉर्म 17C, बूथवार वोटर लिस्ट और CCTV फुटेज सार्वजनिक क्यों नहीं?
राहुल गांधी ने जो सवाल उठाए, वो पूरी तरह नए नहीं हैं, पर अब नज़रअंदाज़ नहीं किए जा सकते।
चुनाव आयोग जवाब देने के बजाय सिर्फ औपचारिकता निभा रहा है — या विपक्षी दलों की नीयत पर सवाल उठा रहा है।
अगर प्रक्रिया दोषरहित है, तो फिर पारदर्शिता से डर क्यों?
और जब आयोग से सवाल हों और जवाब बीजेपी दे, तो शक और भी गहराता है।
आज सबसे बड़ा संकट प्रक्रिया की विश्वसनीयता का है। चुनाव प्रक्रिया को सही बताने के लिए सिर्फ दावा कर देना काफ़ी नहीं है। चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए, और निष्पक्ष दिखने चाहिए।
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