शिक्षक दखल
शिक्षक दखल
June 12, 2025 at 01:08 PM
कल्पना मात्र से ही रूह कांप जाती है कि कैसे कुछ ही क्षणों में आसमान से ज़िंदगी धुएँ में बदल गई, और कितने घर, कितने सपने, कितनी मुस्कानें एक साथ जलकर राख हो गईं। जिन शवों को पहचानना तक मुश्किल है, उन अपनों को अब कोई नाम नहीं दे पाएगा—सिर्फ यादें बचेंगी, और गहरे शोक की एक स्याह लकीर। दुखद खबर सुनकर मन पूरी तरह स्तब्ध हो गया है। एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की भयावह दुर्घटना और उसमें सवार सभी 242 लोगों की असमय मृत्यु ने दिल को भीतर तक झकझोर दिया है। ईश्वर से प्रार्थना है कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवारों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान हो। सभी दिवंगत आत्माओं को भावभीनी श्रद्धांजलि। यह केवल एक विमान हादसा नहीं, यह पूरे देश के सीने पर एक दर्दनाक दरार है, जिसे भरने में बरसों लग जाएंगे। *ॐ शांति 🙏💐🚩😔* 🤝 *फेसबुक* पर करें *फॉलो* 👉 https://www.facebook.com/share/v/1FonKU5hvt/?mibextid=oFDknk 🤝 *व्हाट्सएप* पर करें *फ़ॉलो* https://whatsapp.com/channel/0029VaAZJEQ8vd1XkWKVCM3b 🤝 *इंस्टाग्राम* पर करें *फ़ॉलो* 👉 https://www.instagram.com/praveentrivedi009
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