
Ask Mufti Ashraf
May 24, 2025 at 03:57 PM
╭ *🕌﷽🕌* ╮
*▓ मसाइल- ए -क़ुर्बानी ▓*
*✪ क़िस्त—01 ✪*
*☞ क़ुर्बानी के फजा़इल ❂*
*★_ हज़रत ज़ैद बिन अरक़म रज़ियल्लाहु अ़न्हु फरमाते हैं की हुजूर सल्लल्लाहु अ़लेहि वसल्लम से सहा़बा किराम रज़ियल्लाहु अ़न्हुम ने दरयाफ्त किया यह कुर्बानी क्या है ?*
*"_आप सल्लल्लाहु अ़लेहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया: कुर्बानी तुम्हारे बाप ह़ज़रत इब्राहीम अ़लैहिस्सलाम की सुन्नत है।*
*"_ सहा़बा रज़ियल्लाहु अ़न्हुम ने पूछा -हमारे लिए इसमें क्या सवाब है ?*
*"आप सल्लल्लाहू अ़लेहि वसल्लम ने फ़रमाया: एक बाल के बदले एक नेकी है।*
*"_ ऊन के मुताल्लिक फरमाया- इसके एक बाल के बदले भी एक नेकी है । (मिश्कात शरीफ 129)*
*★_ ह़ज़रत इब्ने अ़ब्बास रज़ियल्लाहु अ़न्हु फरमाते हैं:- कुर्बानी से ज़्यादा कोई दूसरा अ़मल नहीं है इल्ला ये कि रिश्तेदारी का पास ( अच्छा सुलूक) किया जाए_,"* *( तबरानी )*
*★_ कुर्बानी के दिनों में कुर्बानी करना बहुत बड़ा अ़मल है । ह़दीस शरीफ़ में है कि कुर्बानी के दिनों में कुर्बानी से ज़्यादा कोई चीज़ अल्लाह तआ़ला को मह़बूब नहीं और कुर्बानी करते वक़्त खून का जो क़तरा ज़मीन पर गिरता है वह गिरने से पहले अल्लाह तआ़ला के यहां मक़बूल हो जाता है_,"* *( मिश्कात 123 )*
📘आपके मसाल और उनका ह़ल -जिल्द 4 सफा 163
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