Prachin Akhand Bharat (प्राचीन अखंड भारत)
Prachin Akhand Bharat (प्राचीन अखंड भारत)
June 18, 2025 at 04:32 PM
🌞~ हिन्दू पंचांग ~🌞 ⛅️ दिनांक:- 19 जून 2025 ⛅️ दिन:- गुरुवार ⛅️ विक्रम संवत्:- 2082 (आषाढ़ 5, पूर्णिमांत) ⛅️ शक संवत्:- 1947 (ज्येष्ठ 28) ⛅️ अयन:- उत्तरायण ⛅️ ऋतु:- ग्रीष्म ⛅️ मास:- आषाढ़ ⛅️ पक्ष:- कृष्ण ⛅️ तिथि:- अष्टमी (सुबह 11:56 बजे तक, उपरांत नवमी) ⛅️ नक्षत्र:- उत्तर भाद्रपद (रात 11:17 बजे तक, उपरांत रेवती) ⛅️ योग:- आयुष्मान (सुबह 5:25 बजे तक, उपरांत सौभाग्य) ⛅️ व्यतिपात (मिति पात):- नहीं है ⛅️ करण:- कौलव (सुबह 11:52 बजे तक, उपरांत तैतिल) ⛅️ भद्रा:- नहीं है ⛅️ पंचक:- नहीं है ⛅️ राहुकाल:- दोपहर 2:06 बजे से शाम 3:50 बजे तक ☀️ सूर्योदय:- सुबह 5:07 बजे ☀️ सूर्यास्त:- शाम 6:51 बजे 🌙 चन्द्रोदय:- रात 12:29 बजे 🌙 चन्द्रास्त:- दोपहर 12:56 बजे ⛅️ दिशा शूल:- दक्षिण ⛅️ ब्राह्ममुहूर्त:- सुबह 3:43 बजे से सुबह 4:25 बजे तक ⛅️ अभिजीत मुहूर्त:- सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक ⛅️ निशिता मुहूर्त:- रात 11:42 बजे से 12:24 बजे तक ⛅️ शुभ वेला:- सुबह 6:27 बजे से सुबह 8:11 बजे तक ⛅️ चंचल वेला:- सुबह 9:55 बजे से सुबह 11:39 बजे तक ⛅️ लाभ वेला:- दोपहर 1:23 बजे से दोपहर 3:07 बजे तक ⛅️ अमृत वेला:- दोपहर 3:07 बजे से शाम 4:51 बजे तक ⛅️ सर्वार्थ सिद्धि योग:- नहीं है ☀️ सूर्य:- मिथुन राशि में 🌙 चन्द्रमा:- मीन राशि में ⛅️ व्रत पर्व विवरण:- कोई विशेष व्रत या पर्व नहीं ⛅️ विशेष:- अष्टमी तिथि पर भगवान भैरव की पूजा शुभ मानी जाती है। 🔹दिशा विवेक🔹 🔸 पूजा आरती पश्चिम में है तो खुशियाँ दबेंगी । दक्षिण में है तो बिमारी आयेगी । 🔸 तुम्हारी पूजा की दिशा पूर्व या उत्तर में हो तो स्थिति उन्नत होगी । 🔸पूजा की दिशा उत्तर में है तो आध्यात्मिक उन्नति होगी, पूर्व में है तो लौकिक उन्नति होगी । 🔸 गुरूमंत्र है तो दोनों में आध्यात्मिक और लौकिक उन्नति होगी । तो देख लेना की आरती की दिशा, पूजा करते तो आपकी दिशा पश्चिम की तरफ तो नहीं, होगी तो बदल देना । सत्संग से कैसा ज्ञान मिलता है । 🔸 सोते समय पश्चिम में सिर रहेगा तो चिंता पीछा नहीं छोड़ेगी, उत्तर में सिर करते हैं तो बिमारी पीछा नहीं छोड़ेगी ।  सोते समय सिरहाना पूरब की तरफ अथवा दक्षिण की तरफ हो । 🔹विद्यार्थी कमजोर हो तो..🔹 जो बच्चे पढ़ने में कमजोर रहते हो न, वे बच्चे, कच्चा दूध हो उसमें मिश्री पाऊडर मिला दें, या शहद मिला दें, अच्छी तरह से घोल दें । उस से, बच्चे जाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें, वो शिवजी पर चढ़ाएं, फिर जल चढ़ाएँ, बेल-पत्र रख दें, दिया जला दें । थोड़ी देर उधर बैठ के जप करें । तो वो बच्चे पढ़ने में बड़े होशियार, प्रतिभावान होंगे । 🔹किसी का मन बदलने के लिए🔹 कोई बात मानता नहीं हो ..तो रात को जब वो व्यक्ति सो जाए ...तब आप उसके श्वासोश्वास के करीब चले जाएँ ... उसका श्वास और आपका श्वास वातावरण में मिल जाए ऐसे आप विचार करें कि दारू छोड़ दो ...दारू से बहुत हानियाँ होती हैं ..या पत्नी को मारना छोड़ दो ..मानो मैं कमला हूँ और मेरा पति का गुड्डू .. तो बोले गुड्डू .. कमला को मारना छोड़ दे ... उसको सताओ मत जैसा उसमें दुर्गुण है उसके विपरीत बोलो .. थोड़े दिन में उसका मन बदल जायेगा । ⚠️नोट:- सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, और चन्द्रास्त के समय में स्थानीय भौगोलिक स्थिति के आधार पर कुछ मिनटों का अंतर हो सकता है। #prachinsanatansanskirti #prachinakhandbharat

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