
प्राचीन सनातन संस्कृति
May 24, 2025 at 04:58 PM
🌞~ हिन्दू पंचांग ~🌞
⛅️ दिनांक:- 25 मई 2025
⛅️ दिन:- रविवार
⛅️ विक्रम संवत्:- 2082 (कालयुक्त)
⛅️ शक संवत्:- 1947 (विश्वावसु)
⛅️ अयन:- उत्तरायण
⛅️ ऋतु:- ग्रीष्म
⛅️ मास:- ज्येष्ठ (पूर्णिमांत) / वैशाख (अमांत)
⛅️ पक्ष:- कृष्ण
⛅️ तिथि:- त्रयोदशी (दोपहर 3:51 बजे तक, उपरांत चतुर्दशी)
⛅️ नक्षत्र:- अश्विनी (सुबह 11:12 बजे तक, उपरांत भरणी)
⛅️ योग:- सौभाग्य (सुबह 11:06 बजे तक, उपरांत शोभन)
⛅️ व्यतिपात (मिति पात):- नहीं है
⛅️ करण:- वणिज (दोपहर 3:51 बजे तक, बाद विष्टि, फिर शकुनि)
⛅️ भद्रा:- नहीं है
⛅️ पंचक:- संपूर्ण दिन-रात
⛅️ राहुकाल:- शाम 5:22 बजे से शाम 7:01 बजे तक
☀️ सूर्योदय:- सुबह 5:46 बजे
☀️ सूर्यास्त:- शाम 7:01 बजे
🌙 चन्द्रोदय:- सुबह 3:21 बजे
🌙 चन्द्रास्त:- दोपहर 3:51 बजे
⛅️ दिशा शूल:- पश्चिम
⛅️ ब्राह्ममुहूर्त:- सुबह 4:09 बजे से सुबह 4:57 बजे तक
⛅️ अभिजीत मुहूर्त:- सुबह 11:56 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक
⛅️ निशिता मुहूर्त:- रात 11:54 बजे से रात 12:37 बजे तक
⛅️ शुभ वेला:- सुबह 7:30 बजे से 9:00 बजे तक, दोपहर 12:20 बजे से 2:00 बजे तक
⛅️ चंचल वेला:- सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक
⛅️ लाभ वेला:- दोपहर 2:00 बजे से 3:30 बजे तक
⛅️ अमृत वेला:- सुबह 5:46 बजे से 7:30 बजे तक
⛅️ सर्वार्थ सिद्धि योग:- सुबह 5:46 बजे से सुबह 11:12 बजे तक (अश्विनी नक्षत्र और रविवार)
☀️ सूर्य:- वृषभ राशि में
🌙 चन्द्रमा:- मेष राशि में (पूरा दिन-रात)
⛅️ व्रत पर्व विवरण:- मासिक शिवरात्रि,
⛅️ विशेष:- राहुकाल, गुलिक काल, यमघंट काल जैसे अशुभ समय में शुभ कार्यों से बचें। सर्वार्थ सिद्धि योग शुभ कार्यों के लिए उत्तम।
⚠️नोट:- सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, और चन्द्रास्त के समय में स्थानीय भौगोलिक स्थिति के आधार पर कुछ मिनटों का अंतर हो सकता है।
🌹मासिक शिवरात्रि : 25 मई 2025🌹
🌹जिस तिथि का जो स्वामी हो उस तिथि में उसकी आराधना-उपासना करना अतिशय उत्तम होता है । चतुर्दशी के स्वामी भगवान शिव है । अतः उनकी रात्रि में किया जानेवाला यह व्रत ‘शिवरात्रि' कहलाता है । प्रत्येक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को रात्रि में गुरु से प्राप्त हुए मंत्र का जप करें । गुरुप्रदत्त मंत्र न हो तो पंचाक्षर (नमः शिवाय) मंत्र के जप से भगवान शिव को संतुष्ट करें ।
🌹कर्ज मुक्ति हेतु -
🌹हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते-करते ये 17 मंत्र बोलें ! जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोलें ! इससे कर्जे से मुक्ति मिलेगी...
🌹1) ॐ शिवाय नमः
🌹2) ॐ सर्वात्मने नमः
🌹3) ॐ त्रिनेत्राय नमः
🌹4) ॐ हराय नमः
🌹5) ॐ इन्द्रमुखाय नमः
🌹6) ॐ श्रीकंठाय नमः
🌹7) ॐ सद्योजाताय नमः
🌹8) ॐ वामदेवाय नमः
🌹9) ॐ अघोरहृदयाय नम:
🌹10) ॐ तत्पुरुषाय नमः
🌹11) ॐ ईशानाय नमः
🌹12) ॐ अनंतधर्माय नमः
🌹13) ॐ ज्ञानभूताय नमः
🌹14) ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नमः
🌹15) ॐ प्रधानाय नमः
🌹16) ॐ व्योमात्मने नमः
🌹17) ॐ व्यूक्तकेशात्मरूपाय नम:
🌹जय श्री राम 🌹