प्राचीन सनातन संस्कृति
प्राचीन सनातन संस्कृति
June 11, 2025 at 05:24 PM
🌞~ हिन्दू पंचांग ~🌞 ⛅️ दिनांक:- 12 जून 2025 ⛅️ दिन:- गुरुवार ⛅️ विक्रम संवत्:- 2082 ⛅️ शक संवत्:- 1947 ⛅️ अयन:- उत्तरायण ⛅️ ऋतु:- ग्रीष्म ⛅️ मास:- ज्येष्ठ ⛅️ पक्ष:- कृष्ण ⛅️ तिथि:- प्रतिपदा प्रातः 04:58 बजे तक, उपरांत द्वितीया ⛅️ नक्षत्र:- मूल रात्रि 08:10 बजे तक, उपरांत पूर्वाषाढ़ा ⛅️ योग:- शुभ दोपहर 02:03 बजे तक, उपरांत शुक्ल ⛅️ व्यतिपात (मिति पात):- नहीं है ⛅️ करण:- कौलव प्रातः 04:58 बजे तक, उपरांत तैतिल ⛅️ भद्रा:- नहीं है ⛅️ पंचक:- नहीं है ⛅️ राहुकाल:- दोपहर 02:07 बजे से सायं 03:48 बजे तक ☀️ सूर्योदय:- प्रातः 05:23 बजे ☀️ सूर्यास्त:- सायं 07:18 बजे 🌙 चन्द्रोदय:- सायं 07:22 बजे 🌙 चन्द्रास्त:- प्रातः 05:45 बजे (13 जून) ⛅️ दिशा शूल:- दक्षिण ⛅️ ब्राह्ममुहूर्त:- प्रातः 04:03 बजे से 04:43 बजे तक ⛅️ अभिजीत मुहूर्त:- दोपहर 12:00 बजे से 12:56 बजे तक ⛅️ निशिता मुहूर्त:- रात्रि 12:00 बजे से 12:40 बजे तक ⛅️ शुभ वेला:- प्रातः 07:05 बजे से 08:47 बजे तक ⛅️ चंचल वेला:- दोपहर 12:17 बजे से 01:59 बजे तक ⛅️ लाभ वेला:- सायं 03:42 बजे से 05:24 बजे तक ⛅️ अमृत वेला:- रात्रि 09:42 बजे से 10:59 बजे तक ⛅️ सर्वार्थ सिद्धि योग:- नहीं है ☀️ सूर्य:- वृषभ राशि में 🌙 चन्द्रमा:- धनु राशि में ⛅️ व्रत पर्व विवरण:- गुरु हरगोविन्दसिंहजी जयंती ⛅️ विशेष:- शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त का उपयोग करें। राहुकाल में शुभ कार्य वर्जित हैं। ⚠️नोट:- सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, और चन्द्रास्त के समय में स्थानीय भौगोलिक स्थिति के आधार पर कुछ मिनटों का अंतर हो सकता है। 🔹लक्ष्मी के नाराज होने के कारण🔹 १] कमल-पुष्प, बिल्वपत्र को लाँघने अथवा पैरों से कुचलने पर लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं । २] जो निर्वस्त्र होकर स्नान करता है, नदियों, तालाबों के जल में मल-मूत्र त्यागता है उसको लक्ष्मी अपने शत्रु कर्ज के हवाले कर देती हैं । ३] जो भूमि या भवन की दीवारों पर अनावश्यक लिखता है, कुत्सित अन्न खाता है उस पर भी लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं । ४] जो पैर से पैर रगडकर धोता है, अतिथियों का सम्मान नहीं करता, याचकों को दुत्कारता है, पशु-पक्षियों को चारा, दाना आदि नहीं डालता है, गाय पर प्रहार करता है, ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी तुरंत छोड़ देती हैं । ५] जो संध्या के समय घर-प्रतिष्ठान में झाड़ू लगाता है, जो प्रात:  एवं संध्याकाल में ईश्वर की आराधना नहीं करता, तुलसी के पौधे की उपेक्षा, अनादर करता है उसको लक्ष्मी उसके दुर्भाग्य के हाथों में सौंप देती हैं ।     ऋषिप्रसाद – जून २०१९ से 🔹स्त्री संबंधी कोई तकलीफ हो तो🔹 स्त्री संबंधी कोई तकलीफ हो तो रात को सवा लीटर पानी रख दो ... सुबह ज्यादा ठंडा हो तो थोड़ा गरम पानी मिला दो .... ७ तुलसी के पत्ते खा लो .... पानी पी लो .... फिर थोड़ा घूमो .... 8 दिन के अन्दर स्त्री संबंधी कई बीमारी भाग जाएगी ..... मासिक संबंध की कई तकलीफ ठीक हो जाएगी .... अधिक आना... देर से आना... पीड़ा से आना सब ठीक हो जायेगा .... कब्जियत भी ठीक हो जाएगी । @PrachinSanatanSanskirti

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