⛳सनातन धर्मरक्षक समिति⛳
June 11, 2025 at 08:59 AM
*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈* *लेख क्र.-सधस/२०८२/ज्येष्ठ/शु./पू-१८१८९* *┈┉══════❀((""ॐ""))❀══════┉┈* https://t.me/+byRLQE4DlRQ1ZmM9 *भविष्य पुराण* इसलिये बुद्धिमान् मनुष्य शरीरको नश्वर जानकर लेवामात्र भी पाप न करे, पापसे अवश्य ही नरक भोगना पड़ता है। पापका फल दुःख है और नरकसे बढ़कर अधिक दुःख कहीं नहीं है। पापी मनुष्य नकसके अनन्तर फिर पृथ्वीपर वृक्ष आदि अनेक प्रकारकी स्थावर-योनियों जन्म पहण करते हैं और अनेक कष्ट भोगते हैं। अनतर कीर पतंग, पक्षी, पशु आदि अनेक योनियोंगे जन्म लेते हुए अतिदुर्लभ मनुष्य-अन्य पाते हैं। स्वर्ग एवं मोक्ष देनेवाला मनुष्य जन्म पाकर ऐसा कर्म करना चाहिये जिससे नरक न देखना पड़े। यह मनुष्य-योनि देवताओं तथा असुरोक लिये भी आयत दुर्लभ है। धर्मसे ही मनुष्यका जन्म मिलता है। मनुष्य जन्भ पाकर उसे धर्मकी वृद्धि करनी चाहिये। जो अपने कल्याणके लिये धर्मका पालन नहीं करता है, उसके समान मूर्ख कौन होगा? *क्रमशः* ▬▬▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬▬▬ *जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें* भूमिरापोऽनलो वायुः खं मनो बुद्धिरेव च। अहङ्कार इतीयं मे भिन्ना प्रकृतिरष्टधा ॥ *भगवान गणेश जी की जय* *⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*
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