Sandeep Yadav
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                May 24, 2025 at 11:55 AM
                               
                            
                        
                            1965 में अमेरिका ने धमकी दी — "अगर युद्ध नहीं रोका तो गेहूं भेजना बंद कर देंगे" 
तब भारत को आज़ाद हुए मात्र 18 साल हुए थे, भारत कमजोर था। अनाज की घोर कमी थी। 
लेकिन शास्त्री जी ने झुकने से इनकार कर दिया। पत्नी से कहा, "आज खाना मत बनाना, देखना है मेरे बच्चे भूखे रह सकते हैं या नहीं" 
फिर देशवासियों से अपील की — "सप्ताह में एक बार खाना छोड़ो, देश बचाने के लिए" यहीं से शुरू हुई हरित क्रांति, और कुछ ही वर्षों में भारत अनाज का बड़ा निर्यातक बन गया।
1971 में अमेरिका ने धमकी दी — "हमारा सातवां बेड़ा तैयार है।" 
इंदिरा गांधी ने जवाब दिया — "चाहे सातवां हो या सत्तरवां, भारत किसी से नहीं डरता।" पाकिस्तान टुकड़े-टुकड़े हो गया, और दुनिया का भूगोल बदल गया।
1974 में परमाणु परीक्षण के बाद भी अमेरिका ने रोकने की कोशिश की, लेकिन भारत नहीं रुका।
75 वर्षों तक किसी देश ने हमें दबाया नहीं...
और आज? अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप पूरी दुनिया को गर्व से बता रहे हैं — "मैंने ट्रेड डील का हवाला देकर भारत-पाक युद्ध रोका।" और हमारी सरकार? अमेरिका के खिलाफ एक शब्द बोलने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रही। 
140 करोड़ लोगों का यह देश, जिसका इतिहास गर्व और आत्मसम्मान से भरा है — क्या यह इतिहास हम अपने बच्चों को सुना पाएंगे?