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June 20, 2025 at 12:07 AM
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌤️ *दिनांक - 20 जून 2025*
🌤️ *दिन - शुक्रवार*
🌤️ *विक्रत संवत - 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत - 1947*
🌤️ *अयन - उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु*
🌤️ *मास - आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - नवमी सुबह 09:49 तक तत्पश्चात दशमी*
🌤️ *नक्षत्र - रेवती रात्रि 09:45 तक तत्पश्चात अश्विनी*
🌤️ *योग - शोभन रात्रि 11:47 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 11:00 से दोपहर 12:40 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 05:58*
🌤️ *सूर्यास्त - 07:21*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - पंचक (समाप्त : रात्रि 09:45)*
💥 *विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
👉🏻 *योगिनी एकादशी का व्रत कब करें 21 या 22 जून को संपूर्ण जानकारी*⤵️
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡️ *21 जून 2025 शनिवार को सुबह 07:18 से 22 जून, रविवार को प्रातः 04:27 तक एकादशी है।*
*21 जून 2025 शनिवार को योगिनी एकादशी (स्मार्त) एवं 22 जून, रविवार को योगिनी एकादशी (भागवत)*
💥 *विशेष - 22 जून, रविवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवार वालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं। इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है। पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ। भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें 👉🏻... विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
🙏🏻 *Sureshanandji Haridwar 11.02.2010*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक-एक कीड़ा खाने का पाप लगता है... ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा*
🙏🏻 *- पूज्य बापूजी मुंबई 1/1/2012*
📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
🕉️ *~ वैदिक पंचाग ~* 🕉️
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