Manoj Ka Mood
Manoj Ka Mood
May 25, 2025 at 02:13 PM
तेज प्रताप यादव को पिता लालू यादव ने तब क्यों नहीं निकाला जब ऐश्वर्या ने उनपर आरोप लगाए ? तेज प्रताप को तब क्यों नहीं निकाला जब उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावत की और पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार किया ? तेज प्रताप को तब क्यों नहीं निकाला जब उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं के खिलाफ बयान दिया ? जगदानंद सिंह और रघुवंश सिंह जैसे संस्थापक पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी के वक्त लालू यादव ने चुप्पी क्यों साधी ? ये वो मुद्दे हैं जो सामाजिक, राजनीतिक, चुनावी और पारिवारिक सब हैं। लेकिन तब लालू यादव ने तेज प्रताप को अभयदान दिया। क्योंकि तब पार्टी में वो सर्व शक्तिमान थे। अब वो बात नहीं है। अब वो कोई फैसला अकेले नहीं ले सकते। अब उनपर परिवार के बाकी सदस्यों का भी दबाव जरूर होगा। इस बार तेज प्रताप ने क्या किया ? एक लड़की की तस्वीर उनके सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट हुई। तेज प्रताप ने सफाई दी कि फोटो सही नहीं है। अकाउंट हैक हुआ है। लेकिन इसके तुरंत बाद अनुष्का और तेज प्रताप की कथित तस्वीरों की बाढ़ सी आ गई। क्या वाकई में अनुष्का और तेजप्रताप की शादी हो चुकी है ? अगर नहीं तो फिर तेजप्रताप ने गलत क्या किया ? ये तो न लालू यादव ने ट्वीट में बताया न, तेजस्वी ने बयान में और नहीं रोहिणी ने अपने पोस्ट में। क्या लालू परिवार को नहीं मालूम था कि तेजप्रताप और अनुष्का में कुछ है ? अगर पता था तो फिर अब तक इंतजार क्यों किया ? क्या कुछ ऐसा है जिससे लालू परिवार बचना चाहता है ? सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें कह रही है कि तेज प्रताप और अनुष्का एक दूसरे के करीब हैं। शादी हुई है। अब सवाल ये कि क्या परिवार की राजनीति का शिकार हुए हैं तेज प्रताप ? क्या सियासत और संपत्ति के लिए तेज प्रताप को परिवार और पार्टी से निकाला गया है। तेजप्रताप लालू यादव के बड़े बेटे हैं। लालू की राजनीति के स्वाभाविक उत्तराधिकारी। लेकिन शुरू से उनमें वो गुण नहीं थे कि लालू उन्हें उत्तराधिकारी बना पाते। रही सही कसर ऐश्वर्या विवाद ने पूरी की। लालू की बड़ी सियासी विरासत है लिहाजा तेजस्वी को उत्तराधिकारी चुना गया। तेजस्वी यादव ने दूसरे धर्म में जाकर शादी की है। उनकी पत्नी न बिहार की हैं और न ही उनकी जाति, धर्म की। विवाह उन्होंने भी प्रेम करके ही किया है। लेकिन लालू परिवार ने उनको सहर्ष स्वीकार किया । तेजस्वी की पत्नी की राजनीति में रुचि नहीं दिखती, होती भी तो उनको वो स्वीकार्यता पार्टी परिवार में शायद नहीं मिलेगी जो राबड़ी देवी को मिली थी। लेकिन क्या ऐसा अनुष्का के साथ संभव है ? अनुष्का एक तो यादव परिवार की हैं दूसरा वो शायद ऐश्वर्या की तरह नहीं हैं। अनुष्का और तेज के रिश्ते को मंजूरी मिलती है तो फिर सियासी विवाद परिवार में हो सकता है। लालू यादव ने एक तीर से दो शिकार किया। लेकिन शायद कलेजे पर पत्थर रखकर। बड़ा बेटा कितना भी बुरा हो बड़ा ही रहता है। भारतीय पिता का एक अलग लगाव रहता है। राजनीतिक मजबूरियों की वजह से इतिहास में बड़े बेटे के साथ कई जगह अन्याय होता रहा है। तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाल कर लालू यादव ने तेज प्रताप और अनुष्का के रिश्ते को सहमति दे दी है। (लेकिन शर्तों के साथ) परिवार से निकाल कर ऐश्वर्या वाले केस में मोटा रकम देने से बचने की कोशिश हो सकती है, धोखाधड़ी के आरोप से भी लालू खुद को और परिवार के बाकी सदस्यों को बचा रहे हों। एक बात और सूत्र कहते हैं कि लालू परिवार की राजनीति में एक खेमा तेजस्वी का माना जाता है दूसरा मीसा भारती का। तेज प्रताप मीसा के साथ और रोहिणी तेजस्वी के साथ हैं। क्रमशः
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