Islamic Theology
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 20, 2025 at 03:44 AM
                               
                            
                        
                            अल्लाह का शुक्र अदा करने की आदत डालो!
🌿 दुआ
ٱلْـحَمْدُ لِلَّهِ
"सारी तारीफें अल्लाह के लिए हैं।"
(तिर्मिज़ी: 3383)
ٱلْـحَمْدُ لِلَّهِ عَلَىٰ كُلِّ حَا
"हर हाल में सारी तारीफें अल्लाह के लिए हैं।"
(इब्ने माजह: 3803)
अल्लाह ने हम पर अनगिनत नेमतें (blessings) दी हैं, लेकिन ज़्यादातर लोग उनका शुक्र अदा नहीं करते।
इसलिए हमें हमेशा अल्लाह का शुक्र अदा करना चाहिए — चाहे हम खा रहे हों, पी रहे हों, आ रहे हों, जा रहे हों, सो रहे हों, जाग रहे हों, या दिन में किसी भी समय।
लगातार शुक्रगुज़ारी करने से इंसान अल्लाह के करीब आता है, और अल्लाह की तरफ से नेमतें और भी ज़्यादा बढ़ती जाती हैं।
✅ सबक:
शुक्र अदा करना सिर्फ ज़ुबान से नहीं, दिल और अमल से भी होना चाहिए। हर हाल में "अल्हम्दुलिल्लाह" कहना हमें अल्लाह के और करीब ले जाता है।