अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
June 19, 2025 at 09:19 AM
*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ ११* *_आत्मनिर्भर: अब रेयर अर्थ मेटल भी होगा मेड इन इंडिया! माइनिंग से रिसर्च तक बनेगा स्वदेशी सिस्टम..._* https://www.tv9hindi.com/business/now-rare-earth-metal-will-also-be-made-in-india-indigenous-system-will-be-created-from-mining-to-research-3348012.html/amp *दुनिया भर में इस समय रेयर अर्थ मेटल्स की खूब चर्चा हो रही है। इन खनिजों का उत्पादन करना बहुत ही कठिन होता है। क्योंकि इनकी माइनिंग करना बहुत ही रिस्की होती है। माइनिंग के बाद रिफाइनिंग प्रोसेस में बहुत इनवेस्ट करना पड़ता है। चीन दुर्लभ खनिज का सबसे बड़ा उत्पादक है।* *रेयर अर्थ का कहां होता है इस्तेमाल?* * EV मोटर्स और बैटरियों में * पावर स्टीयरिंग सिस्टम * डिफेंस और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी में * विंड टर्बाइंस और सोलर पैनल में *भारत के पास भी रेयर अर्थ मेटल का भंडार है। हम चीन और ब्राजील के बाद रेयर अर्थ मेटल (Rare Earth Elements) के मामले में तीसरे नंबर पर हैं।* *■ डोनाल्ड ट्रंप ने जब से टैरिफ वाला गेम शुरू किया है, तभी से रेयर अर्थ मेटल की खूब चर्चा हो रही है। इतनी चर्चा हुई है कि इस पर एकाधिकार रखने वाले चीन ने इसके निर्यात पर ही प्रतिबंध लगा दिए।* *■ चीन दुनिया में रेयर अर्थ मेटल का राजा है। उसके पास सबसे रेयर अर्थ एलिमेंट्स का भंडार है।* *■ दुनिया को चीन के सामने हाथ फैलाना पड़ता है। भारत को भी इसके लिए चीन पर डिपेंडेंट रहना पड़ता है।* *■ 17 एलिमेंट्स का ग्रुप रेयर अर्थ मेटल है। इसमें सेरियम (Ce), डिस्प्रोसियम (Dy), अर्बियम (Er), युरोपियम (Eu), गैडोलीनियम (Gd), होल्मियम (Ho), लैंथेनम (La), ल्यूटेटियम (Lu), नियोडिमियम (Nd), प्रेसियोडिमियम (Pr), प्रोमेथियम (Pm), समैरियम (Sm), स्कैंडियम (Sc), टेरबियम (Tb), थ्यूलियम (Tm), येटरबियम (Yb), और येट्रियम (Y)। ये 17 एलिमेंट्स रेयर अर्थ एलिमेंट्स हैं।* *■ रेयर अर्थ मेटल में हाई मैग्नेटिक फील्ड, लाइट एमिटिंग प्रॉपर्टी और कैटेलिटिक क्षमताएं होती हैं। ये एलिमेंट्स हाई मेल्टिंग प्वाइंट्स, बॉइलिंग प्वाइंट्स, हाई इलेक्ट्रिकल थर्मल कंडक्टिविटी के लिए पहचाने जाते हैं।* *■ रेयर अर्थ एलिमेंट्स को इसलिए रेयर नहीं कहा जाता कि वो दुर्लभ हैं। ये धरती पर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इन्हें रेयर इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्हें उनके अयस्कों (Ores) से निकालना और रिफाइन करना बहुत कठिन है। इन्हें पृथ्वी के अंदर से बाहर निकालने के लिए भारी मात्रा में एनर्जी खत्म करनी पड़ती है। यही सब कारण हैं कि इन्हें रेयर अर्थ मेटल यानी दुर्लभ खनिज कहा जाता है।* *■ दुनिया में सबसे ज्यादा रेयर अर्थ मेटल चीन के पास है। चीन के पास लगभग 44 मिलियन मीट्रिक टन दुर्लभ खनिज का भंडार है। वहीं, दूसरे नंबर पर ब्राजील है। ब्राजील के पास 21 मिलियन मीट्रिक टन दुर्लभ खनिज का भंडार है। फिर तीसरे नंबर पर भारत आता है। भारत के पास 6.9 बिलियन मीट्रिक टन दुर्लभ खनिज का भंडार है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के है। उसके पास 5.7 बिलियन मीट्रिक टन दुर्लभ खनिज का भंडार है। नंबर पांच पर अमेरिका है, जिसके पास 1.9 बिलियन मीट्रिक टन दुर्लभ खनिज का भंडार है।* *अमेरिका ने भारत की एक कंपनी IREL को अपनी लिस्ट से हटा दिया है। इससे भारत को दुर्लभ धातुएं खरीदने और उन्हें शुद्ध करने में मदद मिलेगी। यह भारत-अमेरिका असैनिक परमाणु समझौते को लागू करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस फैसले से भारत और अमेरिका के बीच कई नए रास्ते खुलेंगे। दोनों देश मिलकर अंतरिक्ष, खनन और महत्वपूर्ण धातुओं की आपूर्ति जैसे कई क्षेत्रों में काम करेंगे।* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷

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