
अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
June 21, 2025 at 02:21 AM
*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित*
*अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳*
*क्रमांक~ ०३*
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*_योगिनी एकादशी व्रत आज..._*
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एकादशी की अत्यधिक धार्मिक मान्यता होती है। *माना जाता है कि एकादशी पर पूरे मनोभाव से व्रत रखा जाए तो जीवन के सभी कष्ट छंट जाते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है।* माना जाता है कि योगिनी एकादशी का व्रत करने पर 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन करवाने जितना पुण्य मिलता है। *सालभर में 24 एकादशी पड़ती हैं जो हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रखी जाती हैं।* इसी तरह आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को *योगिनी एकादशी कहा जाता है।* एकादशी पर पूरे मनोभाव से भगवान विष्णु की पूजा-आराधना की जाती है। माना जाता है कि भगवान विष्णु प्रसन्न होकर भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
*कब है योगिनी एकादशी...??*
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पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की *एकादशी तिथि 21 जून सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 22 जून की सुबह 4 बजकर 27 मिनट पर हो जाएगा।* उदया तिथि के अनुसार योगिनी *एकादशी का व्रत इस साल 21 जून, शनिवार को रखा जाएगा।*
*कब किया जाएगा व्रत का पारण...??*
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योगिनी एकादशी के व्रत का पारण *22 जून की दोपहर 1 बजकर 47 मिनट से शाम 4 बजकर 35 मिनट तक किया जा सकेगा।* इस शुभ मुहूर्त में व्रत पारण करना शुभ होता है।
*योगिनी एकादशी की पूजा विधि...*
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योगिनी एकादशी के व्रत के नियम *दशमी की शाम से ही शुरू हो जाते हैं और अगले दिन एकादशी तक रहते हैं।* दशमी तिथि पर रात के समय गेंहू, मूंग और जौ का सेवन नहीं किया जाता है। *दशमी की रात को नमक भी नहीं खाते हैं।* अगली सुबह एकादशी पर स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लिया जाता है। और फिर स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं। *एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए कलश में जल भरकर रखा जाता है।* टीका लगाया जाता है, अक्षत लगाया जाता है, आरती की जाती है *और भोग लगाकर पूजा का समापन होता है।* भोग में तुलसी शामिल करना अत्यधिक शुभ होता है।
*योगिनी एकादशी का महत्व...*
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, *योगिनी एकादशी का व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप कर्म समाप्त हो जाते हैं।* पद्म पुराण के अनुसार, यह व्रत सभी पापों को नाश करने वाला है। आपको बता दें, इस एकादशी को *रोग नाशक एकादशी भी कहा जाता है।* ऐसी मान्यता है कि *जो व्यक्ति शारीरिक या मानसिक कष्टों से परेशान है, उसके लिए योगिनी एकादशी का व्रत अत्यंत लाभकारी होता है और इस दिन पूजा करने से शारीरिक रोग दूर होते हैं।*
*राजेन्द्र गुप्ता,*
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175
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