अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳
June 21, 2025 at 11:48 AM
*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रमांक~ १६* `facebook` `नेहरू-गांधी नाम का कलंक` *भारत के नाम पर एक काला धब्बा है* ये उन कांग्रेसियों के मुँह पर तमाचा है जो बोलते है अंग्रेजों से आजादी हमारे बाप दादाओं ने दिलाई थी। *यदि सुभाष हमला करेंगे तो मैं उनके विरुद्ध युद्ध करूंगा* -जवाहरलाल नेहरू देश जब नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद कर रहा है *तो यह जानना जरूरी है कि उन्होंने किन संघर्षों के बीच भारत की आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी*। *उनके सामने सबसे बड़ा संघर्ष तो 'अपनों' यानि भारतीय नेताओं से ही निपटने का था* ये लोग सुभाषचंद्र बोस का मुखर विरोध करते थे *इन्हीं विरोधियों में जवाहरलाल नेहरू भी थे* जो बाद में स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। आचार्य श्रीकृष्ण सरल ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की बहुचर्चित जीवनी *"कालजयी सुभाष"* के पृष्ठ नंबर 507 पर स्पष्ट लिखा है- *'अंग्रेजों के मिथ्या प्रचार के फलस्वरूप कांग्रेस के कुछ क्षेत्रों में नेताजी के कार्यों को संदेह की दृष्टि से देखा जाने लगा था*, *पता नहीं यह अंग्रेजों का प्रचार था या व्यक्तिगत ईर्ष्या का प्रदर्शन* कि *जवाहरलाल नेहरू ने ऐसे भाव व्यक्त किए थे*; *यदि सुभाषचंद्र बोस जापान को साथ लेकर भारत चढ़कर आते हैं तो मैं पहला व्यक्ति होऊंगा जो उनके विरुद्ध युद्ध करूंगा'*। यह बात तब कही गई थी जब भारत को आजाद करने के लिए नेताजी द्वारा बनाई गई आजाद हिंद फौज को पूरे भारत में जनसमर्थन मिल रहा था *लोग चाहते थे कि नेताजी जापान*, *सिंगापुर*, *जर्मनी* या *अन्य देशों के समर्थन से भारत की आजादी के प्रयत्न करें* जन सामान्य तो इतना उत्साहित था कि यदि नेताजी की अंग्रेजों पर आक्रमण करेंगे तो लोग उन्हें देश में रहकर हर तरह से समर्थन देंगे। https://www.facebook.com/share/r/1JVpeyZRFV/ साभार : ज्ञान प्रकाश ओझा 🕉️ 🌞🔥🔱🐚🔔🌷

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