Jaigurudevukm
May 31, 2025 at 11:58 PM
*जयगुरुदेव* https://www.youtube.com/live/xMlMhCROXQk?si=ynXXiHIuoyqR-4pp समय का संदेश 26.05.2025 बाबा जयगुरुदेव आश्रम, उज्जैन *1. हर नामदानी की यह जिम्मेदारी है।* 6.19 - 9.18 *ये जो संगत का काम है, इसको करने और कराने के लिए जितने भी सतसंगी यहां पर बैठे हो, जितने भी नामदानी बैठे हो और देश और दुनिया में जितने भी नामदानी हैं, इस वक्त पर यह सबके लिए काम है। सबको यह करना है। क्या करना है? साधना करनी है और साधना करवानी है। यह सबको करना है। हर आदमी की यह जिम्मेदारी है। क्यों? क्योंकि ये बेचारे योजना तो बना रहे हैं। कौन? जो आपके जिला के जिम्मेदार हैं, प्रांत के जिम्मेदार हैं।* यह जिम्मेदारी तो निभा रहे हैं लेकिन यह सोच रहे हैं कि वहां जो लोग हैं या यहां जो लोग हैं वो कर पावें ना कर पावें तो जब हम जाएंगे तब व्यवस्था बनाएंगे, तब तक देर हो जाएगी कि नहीं? बोलो! अरे बरसात तो मौसम से आती है और बरसात आ गई तब कैसे, क्या कर पाओगे? *और अगर कहीं गोलियों की बरसात होने लग गई, बमों की बरसात होने लग गई तब कुछ कर पाओगे?* अरे किसी दूसरे की जान बचाओगे? जब सबके दाढ़ी में आग लगता है तब दूसरे की बुझाता है कि अपनी बुझाता है? सबके घर में जब आग लगती है तब अपना बुझाता है कि दूसरे की बुझाता है? अब इस समय पर मौका है कि आग लगने से रोको। आग लगे ही नहीं, आग आवे ही नहीं उसका उपाय.. मकान बड़े-बड़े बनाते हैं तो उस पर क्या लगाते हैं? जिसको तड़ित चालक कहते हैं। ऐसे त्रिशूल टाइप का अर्थ कर देते हैं कि ऊपर से अगर बिजली गिरे तो मकान के ऊपर ना गिरे, मकान ना टूटे, बिल्डिंग ना खत्म हो, वो अर्थ हो जाए, नीचे (जमीन में) उससे चली जाए। तो बहुत सारे तरीके हैं। बाढ़ से बचने का तरीका है, आग से बचने का तरीका है, भूकंप की सूचना जब आती है कि भूकंप आने वाला है तब देखो बताने लग जाते हैं कि कोई टेबल हो, कोई चीज हो ऐसी कि जिसके नीचे बैठ जाओ, ठोस चीज है बचत हो जाएगी इस तरह से हो जाओ, सारी बात बताते हैं कि नहीं बताते हैं? *इसी तरह से आपको लोगों को बताना है कि भाई कोई भी आंधी आफत आएगी, कोई भी तकलीफ आएगी तो उसमें यह तुम्हारा मददगार होगा। क्या? यही जो साधना शिविर लगाओगे, साधना करोगे वो तुम्हारे लिए मददगार होगा। और आप सब लोगों के लिए भी वही मददगार होगा।* *2. जून में पूर्णिमा के पहले आफत का कारण बन जाएगा।* 10.21 - 11.34 जब आफत आती है तब मां अपने छोटे बच्चे को, जिगर के टुकड़े को छोड़ देती है। जब सब लोग कहने लगते हैं - “निकलो-निकलो नहीं तो तुम भी जल जाओगी, जल्दी करो-करो” तो उठा पाती है बच्चे को? भागती है। यही समझ लो कि जान पर आफत आने वाली है। अभी क्या देखा आपने? कारण अभी बनेगा। कब बनेगा? जून में पूर्णिमा के पहले ही कारण बन जाएगा, फिर उसके बाद देखना, धमा-धम धमा-धम आवाज सुनाई पड़ेगी, लपटें दिखाई पड़ेंगी। देखना, शुरुआत हो जाएगी। अब ऐसे समय में आप यह समझो प्रेमियों कि विभीषण की कुटिया अगर बच सकती है तो आप लोगों का घर, आप लोग नहीं बच सकते हो? विभीषण को क्यों निकाल लिया? राम भगवान से प्रेम करते थे। तो उन्होंने वहां से निकाल लिया। वो आता-जाता रहता था। ऐसे ही समझ लो।
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