Jaigurudevukm
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जय गुरु देव *गऊ माता की जान बचाओ,* *गाय को राष्ट्रीय पशु बनाओ।* परम पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश http://youtube.com/post/UgkxM-vYv5S4ZmM6SypKlcMPAGSmrK683R9e?si=TncJXRMFg5zme1tC
जय गुरु देव *यह मत सोचो की आंख बचा कर जो गलत काम कर रहे हो उसे मालिक देख नहीं रहा है। उसके कैमरे से आप कहीं भी बच नहीं सकते।* परम पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश http://youtube.com/post/UgkxWqO4gsctynVJ3M7ZELXwlPhvmmSHI6G0?si=-rK42n_fPVSsJ3QD
जयगुरुदेव *वक्त गुरु* परम पूज्य परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज का सत्संग सुनने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे... *Satsang | 26.02.2025 | 12:30 PM | Baba Jaigurudev Ashram, Jaigurudev Nagar, Ujjain, MP* *https://youtu.be/k5B0NpIYlZY?si=V518X1Coij1FWlRc*
जय गुरु देव *सच्चा सतसंग मिल जाने पर, मनुष्य शरीर के असली उद्देश्य का पता चलता है।* परम पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश http://youtube.com/post/UgkxlmTaS4-o3gUucbcgPGz2NoM5DEfcv4Xo?si=9OROllCRfRiMvl3O
*Satsang Clip | 26.02.2025 | 12:30 PM | Baba Jaigurudev Ashram, Jaigurudev Nagar, Ujjain, MP* *https://youtu.be/K9TCjjQJuXg?si=vBjeccj0B0iE5oIC*
https://youtu.be/K9TCjjQJuXg?si=Jm5Ns3RmgNNqzRkR जयगुरुदेव समय का संदेश 26.02.2025 बाबा जयगुरुदेव आश्रम, उज्जैन। *शिव तांडव किसको कहते है...?* एक बार फिर से समझ लो, शंकर जी दाता दयाल हैं शिव जी जिनको कहते हो, और शिव जी ही संहारकर्ता हैं। जब ये खुश रहेंगे, तब आपको देंगे। जब ये पवन देवता खुश रहेंगे, पृथ्वी देवता खुश रहेंगे, आकाश देवता खुश रहेंगे, तो ये आपको धन-धान्य से पूर्ण कर देंगे। और यही नाराज़ जब होंगे, तो तरह-तरह की तकलीफें लाएंगे। अब वो चाहे धरती हिले, चाहे भूकंप आवे, चाहे तूफान आवे, चाहे बाढ़ आवे, ये तकलीफ़ देंगे आपको। इसलिए इनका जो नियम है, उसका सबको पालन करने की जरूरत है। और शिवजी को जब संहार करना होगा तो जैसे अलार्म बजता है, ऐसे वो डमरू बजाएंगे और वो सबको सुनाई पड़ेगा। अब वह डमरू किस तरह का होगा? आप कोई कहने को न रह जाओ कि हमने तो डुगडुगी वाला डमरू नहीं सुना। डमरू इसी तरह बजेगा कि तेज आवाजें होंगी और चिंगारियां निकलेंगी। जहां वो चिंगारियां गिरेंगी, वहीं चाहे गाँव हो, चाहे आदमी हो, चाहे जानवर हो, चाहे धरती हो या खेत-खलिहान हो, वो आपको नष्ट हुआ दिखाई पड़ेगा। आवाज होगी, धरती हिलेगी, और उसमें बहुत जाएंगे। जो ये लड़ाई करने के लिए, मरने-मिटने के लिए तैयार हैं, यदि चंडी उनके सिर पर सवार हो गई और बुद्धि भ्रष्ट कर दी, तो वे एटम बम, परमाणु बम और जो तोपें और क्या-क्या बना रखा हैं, उनकी आवाजें सुनाई पड़ेंगी तो समझ लेना कि अब विनाश का डमरू बजने लगा गया। फिर तांडव होगा। शिव तांडव किसको कहते हैं, अभी आप इस चीज़ को नहीं समझते हो। कहते तो हो कि शिव तांडव होगा। शिव तांडव में कोई नाच-गाना नहीं होगा। कोई ऐसा मस्ताना बाजा नहीं बजेगा, जैसा लोग बजाते हैं। *शिव तांडव जब होगा, तब गुहार मचेगी, जिसको हाय तौबा कहते हैं। जब मुसीबत आती है, तो लोग पापा, भैया, दादा पुकारते हैं, उस तरह का शिव तांडव होगा। इसलिए हमेशा होशियार रहने की जरूरत है। चाहे आप सतसंगी हों, चाहे सतसंगियों के रिश्तेदार हों, चाहे आपके पड़ोसी हों, प्रेमियों आप इस बात को बताओ कि जो देवताओं का नियम हैं, वेद में जो धर्म लिखा हुआ है कि धर्म यह है इसका सभी लोग पालन करो और उस धर्मरूपी वृक्ष के नीचे सब लोग खड़े हो जाओ। उसकी छाया में हो जाओ, नहीं तो तपन महसूस होगी। इस बात को आप सब लोग प्रचार-प्रसार करके लोगों को बताते रहो।*
https://youtu.be/K9TCjjQJuXg?si=Jm5Ns3RmgNNqzRkR जयगुरुदेव समय का संदेश 26.02.2025 बाबा जयगुरुदेव आश्रम, उज्जैन। 1. हमेशा होशियार रहो कि हम कहीं फंस, अटक, लुट न जाएं। 8:40 - 9:13 दिखावे का कोई काम मत करो। आप जो भी करो, अपनी समझ से अच्छा करो और फिर उसकी इच्छा मत करो, "नेकी करो, दरिया में डालो"। हमेशा सजग रहो। हमेशा होशियार रहो कि कहीं फंस न जाएं, कहीं अटक न जाएं, कहीं लुट न जाएं, इस चीज का आप जितने भी नामदानी हो सब लोग ध्यान रखो। 2. किसी से विरोध मत करो लेकिन किसी के बहकावे में मत आओ। 9:14 - 10:25 जो भी आपके समाज का नियम है, मर्यादा है, उसका पालन करो। हम ये नहीं कहते हैं कि आपके जो त्यौहार हैं, इन त्यौहारों को न मनाओ। अगर कोई 'राम-राम' ही कह देता है तो जिद्द न पकड़ो कि हम 'जयगुरुदेव' ही बोलेंगे। चलो भाई 'राम-राम जयगुरुदेव' ही बोल दो। कहने का मतलब यह है कि विरोध किसी का मत करो, लेकिन किसी के कहने में मत आओ। किसी के बहकावे में मत आओ। ये मत सोचो कि 'जयगुरुदेव' नाम हमारा भला नहीं करेगा, हमारा फायदा नहीं करेगा और अगर कहीं आपको बोलने से फायदा नहीं हुआ, सुकून नहीं मिला, शांति नहीं मिली तो आपको इस चीज को समझना चाहिए कि हमारे कर्म कहीं से आ गए और वो गंदे कर्म हमारे भाव नहीं बनने दे रहे हैं। इसलिए अपने कर्मों को देखो कि हमारे कर्म खराब तो नहीं हो रहे हैं। संगत की रीत-नीत के खिलाफ तो हम नहीं जा रहे हैं। इसलिए प्रेमियों! हमेशा इस चीज का ध्यान रखो। 3. शंकर जी का प्रसाद समझकर गांजा, भांग, धतूरा खाना अज्ञानता है। 14.00 - 15.53 समुद्र मंथन में विष (हलाहल) भी निकला था। उसको शंकर जी ने पिया था और ऊपर (गले में) ही रखा था लेकिन वह ऊपर असर करने लग गया था। तब देवताओं (धन्वंतरि वैद्य इत्यादि ) ने धतूरा और भांग को ऊपर से सिर पर रखा। दोनों ज़हरीले होते हैं और दोनों में नशा होता है। कोई ज़हरीली चीज़ आदमी खा लेता है तो हल्का नशा होता है और तेज जहर खा लेता है तो बेहोश/खत्म हो जाता है। तो उस समय की बात है। अब लोगों ने वही प्रणाली बना लिया, फिर उसी को लोग प्रसाद रूप में खाने लग गए। फिर भांग गांजा धतूरा को लोगों ने शंकर जी का प्रसाद मान कर, बूटी समझ कर पीने-खाने लग गए। इसको अज्ञानता कहा जाएगा, उनको ज्ञान नहीं हुआ, उनको कोई ज्ञान कराने वाला नहीं मिला। अब देखो एक आदमी भांग खाने लग गया, तो सब भांग खाने लग जाते हैं। कहते हैं हम शंकर जी के भक्त हैं, गांजा पियेंगे तभी भक्त कहलायेंगे, धतूरा खाएँगे तभी भक्त कहलायेंगे। तो यह अज्ञानता है। प्रेमियों! आप अज्ञानता में मत फंसना। आपको हर चीज की जानकारी समय-समय पर इसलिए करा दी जा रही है कि आपको सब जानकारी हो जाए।
*Satsang Clip | 26.02.2025 | 12:30 PM | Baba Jaigurudev Ashram, Jaigurudev Nagar, Ujjain, MP* *https://youtu.be/lY4cijDdNYA?si=17zGeeT8cEIMJGtX*
*Satsang Clip | 26.02.2025 | 12:30 PM | Baba Jaigurudev Ashram, Jaigurudev Nagar, Ujjain, MP* *https://youtu.be/DiziP-y4mis?si=sXBsiPjCTBptDEoI*
जय गुरु देव *गंगा, यमुना के स्नान का लाभ तभी मिलेगा जब बुराइयां छोड़कर नशामुक्त शाकाहारी बन जाओगे।* परम पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश http://youtube.com/post/Ugkxrokuz5f95-8-XlQ0ggIxAkwvDQk10617?si=JEvu65JIfwlC1JqW