VARTAMAN KRANTI news24
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 9, 2025 at 03:34 AM
                               
                            
                        
                            वो डूब रही थी।
और किसी ने देखा भी नहीं…
सिवाय उसके खुद के।
यह जून 2022 की बात है, वर्ल्ड चैंपियनशिप बुडापेस्ट में हो रही थी।
अनीता अल्वारेज़, एक अमेरिकी आर्टिस्टिक स्विमर जिनकी जड़ें मेक्सिको से थीं,
एक शानदार परफॉर्मेंस दे रही थीं।
लेकिन जब उनका प्रदर्शन खत्म हुआ… तो वो सतह पर वापस नहीं आईं।
वो बेहोश हो चुकी थीं।
उनका शरीर कुछ सेकंड तक पानी में तैरता रहा,
फिर धीरे-धीरे नीचे की ओर डूबने लगा।
बिल्कुल नीचे तक।
न दर्शकों ने देखा, न जजों ने।
हर कोई तालियाँ बजा रहा था।
लेकिन उनकी कोच, एंड्रिया फुएंतेस ने देखा।
वो अनीता को जानती थीं—जानती थीं कि उसे सतह पर आने में कितना समय लगता है।
उन्हें अपने दिल में महसूस हुआ कि कुछ गड़बड़ है।
बिना एक पल सोचे, उन्होंने छलांग लगा दी।
पूरे कपड़ों में। जूते पहने हुए।
वो सीधे नीचे तैर गईं, अनीता की कमर पकड़ी,
और उन्हें ऊपर ले आईं।
उन्होंने उसकी जान बचा ली।
ये कहानी मुझे सोचने पर मजबूर कर गई…
आपको कौन इतना अच्छे से जानता है कि जब आप मुस्कुरा रहे हों, तब भी समझ सके कि आप ठीक नहीं हैं?
जब आप में ऊपर आने की ताकत न हो, तब कौन आपके लिए बिना झिझक पानी में कूदेगा?
और उससे भी ज़्यादा जरूरी सवाल…
क्या आप किसी के लिए वो इंसान हैं?
क्या आप अपने अपनों की ज़िंदगी में इतने हाज़िर हैं कि ये महसूस कर सकें कि वो कब डूबने लगे हैं?
या आप भी बस बाकी दर्शकों जैसे हैं—तालियाँ बजा रहे हैं, लेकिन नहीं देख पा रहे कि अंदर से वो टूट रहे हैं?
इस ज़िंदगी में हमें किसी ऐसे की ज़रूरत होती है—
जो हमें सिर्फ देखे नहीं, बल्कि महसूस करे।
जो जान सके कि हम कब हार मानने वाले हैं,
और हिम्मत करके हमारे लिए कूद पड़े।
क्योंकि कई बार, एक नज़र, एक छलांग… एक ज़िंदगी बचा सकती है।
जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩