
Dr Ravi Fageria (VR Educators)
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About Dr Ravi Fageria (VR Educators)
Dr. Ravi fageria,assistant professor, History_ 2011(Rank -4) , RAS selected as JCTO -2010,PGT History KVS/NVS-2004 (Topper) and Mentor of School lecturer History Toppers( 3 times) यह चैनल आपके और हमारे बीच एक साझा सेतु है जिसके माध्यम से मैं आपको उन रास्तों से रुबरू करवाना चाहता हूं जिनसे मैं और मेरे स्टूडेंट्स सर्वोच्च रैंक हासिल कर सके
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आज की हक़ीक़त दो तरह के अध्ययन_अध्यापन प्रचलित हैं 1.एक Noumena (नौमिना)/परमार्थ _ इसमें ऐसा मैटर पढ़ा और पढ़ाया जाता है जो परीक्षार्थी के ज्ञान और परीक्षाओं से अतीत (परे) होता है,जो केवल हवा बनाने के लिए पढ़ा और पढ़ाया जाता है, जिससे एक समय बाद अफ़सोस होता है क्योंकि यह व्यावहारिक रूप से (परीक्षा हेतु)सही नहीं था बस बिचारे बच्चों के इमोशन और अज्ञानता का फायदा उठाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है 👉यह कांट के noumenon और उपनिषदों के ब्रह्म जैसा ज्ञान है जो व्यावहारिक ज्ञान और घटनाओं से परे होता है 2.phenomenon/संवृति /परिघटना _ इसमें ऐसा मैटर पढ़ा और पढ़ाया जाता है जिसे इंद्रियां और बुद्धि आसानी से जान सकती हैं, जिसका परीक्षाओं हेतु महत्व ज़्यादा है जो भव सागर पार कराने (परीक्षा पास करने) में उपयोगी है क्योंकि यह व्यावहारिक और यथार्थ से संबंधित होता है 👉 यह अप्रोच बुद्ध और महावीर स्वामी के मानव केंद्रित धर्म व यूरोप के पुनर्जागरण के मानववाद के जैसा ज्ञान है 👉यह आज की परीक्षा पैटर्न और स्टडी अप्रोच पर बलबलता मूल्यांकन है इसको सीरियस लेवे वरना आपके भविष्य को सीरियस बनते देर नहीं लगेगी Created by Dr Ravi fageria 😎

RAS paper के Indian history ke प्रश्न अब ऊपरी पढ़ाई से काम नहीं चलने वाला है deep study material चाहिए चाहे mains हो या pre ancient or medieval का importance बढ़ रहा है, means पैटर्न चेंज हो रहा है 😍 चलो discuss करते हैं 1. मल्लनार्य कृष्ण देवराय के आश्रित ने भाव चिंता रत्न और वीर शैवामृत किस भाषा में लिखी _ कन्नड़ 2. उदारवादी कांग्रेस ने 1885 से 1905 तक जो नीति अपनाई _ दोनों कथन सही हैं A. अंग्रेजो की लोकतांत्रिक और वैज्ञानिक संस्कृति का समर्थन किया B. उदारवादियों ने अंग्रेजो की आर्थिक नीतियों की तीव्र आलोचना की (दादाभाई नौरोजी,RC dutt, ने धन निष्कासन की तीव्र आलोचना की थी) 3.भारत माता का चित्र _भारत माता का चित्र अवनींद्रनाथ टैगोर ने 1905 में बंगाल विभाजन के दौरान बनाया था ,जो राष्ट्रीयता का प्रतीक बना जो विक्टोरिया मेमोरियल में मौजूद है, हालांकि1870 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने सर्वप्रथम इस चित्र को बनाया था लेकिन उसे राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ने वाला कार्य अवनींद्र के चित्र से है 4. भक्ति आंदोलन का असत्य कथन _ माध्वाचार्य ने सगुण के स्थान पर निर्गुण भक्ति को स्थापित किया 5. शेरशाह सूरी की स्थापत्य कला _ सासाराम किला, किला ए कुहना मस्जिद 6. आजीवक संप्रदाय _ A.नियतिवाद भाग्यवाद में विश्वास C. कठोर तपस्या में भरोसा नोट. आजीवक संप्रदाय कर्म और पुनर्जन्म को अस्वीकार करते हैं 7. बौद्ध ग्रंथ जो संस्कृत भाषा में हैं _दिव्यावदान,आर्य मंजुश्री मूलकल्प (दीपवंश महावंश पालि भाषा में हैं) 8. कडफिसेस 2 की उपाधि _ सर्व लोकेश्वर थी Note 1.(महेश्वर भी थी) 2. विम कडफीसेस इसका अन्य नाम था 9. बौद्ध स्तूप _ दोनों सही हैं A.वास्तु शिल्प शब्द संचय के माध्यम से बनी चीज़ B. स्तूप बुद्ध काल से पूर्व प्रचलन के साक्ष्य हैं Best of luck for Mains exam 👍 Dr. RAVI Fageria assistant professor and RAS Selected

आम या खास ?¿ यूं तो दुनियां में कुछ नियम और पूर्वधारणा पहले से स्थापित होते हैं और ज़्यादा लोग उसी सेट पैटर्न को अपनाते हैं लेकिन इसी बीच कुछ लोग ऐसा कर देते हैं तो भीड़ फिर उधर का रुख करती है लेकिन तब तक गाड़ी छूट जाती है फ़िर नए सफ़र का इंतजार करना पड़ता है! # सिद्धार्थ और वर्धमान ने जब घर छोड़ा था और तपस्वी बनकर मोक्ष का मार्ग चुना तब अधिकांश लोग उनको पागल ही मान रहे थे, क्योंकि वे दोनों राजपरिवार के लोग थे सब कुछ तो था फ़िर कैसी तपस्या? लेकिन जब वो बुद्ध और महावीर बने तब से लेकर आज तक वो लोगों के बीच मौजूद हैं वरना वो भी और कई राजाओं की तरह एक राजा होते इसलिए चुनौतियों को ग्रहण करना चाहिए और अगर कुछ मिल भी गया तो श्रेष्ठ की कोशिश जारी रखनी चाहिए ताकि भविष्य में कुछ न करने और अच्छा न करने का अफ़सोस नहीं हो .….. दुनियां में आये हो तो थोड़ा_ थोड़ा पढ़लो थोड़ा_ थोड़ा जी लो Dr Ravi fageria Happy republic day