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हम नूतन एवं कालातीत का एक अभूतपूर्व मिश्रण हैं। हम अपनी पाश्चात्य तर्क-वितर्क की परंपरा को परिपुष्ट रखना चाहते हैं। हम विविध व्यवसायों से हो सकते हैं, पर अपनी संस्कृति की रक्षा,प्रवर्तन, एवं कृतार्थ हेतु हमारा लगन और उत्साह हमें एकजुट रखता है। हम एक ऐसे प्रपंच में कदम रख रहें हैं जहां पुराने नियम प्रसंगगिक नहीं रहे। 'हम' आपके विचारों के प्रतिबिंब हैं, हम आपकी अभिव्यक्ति के स्वर हैं, और हम आपको निमंत्रित करते हैं,आपका अपना मंच 'IndicWing' ओर Bharatidea, सारे संसार तक अपना निनाद पहुंचायें!
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नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप: एक तुलना मुख्य अंतर : हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में एक बड़ा अंतर है। वादों और जमीनी हकीकत का फर्क 1.नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन उन्हें जमीनी स्तर पर लागू करने में सफल नहीं हो पाए हैं। 2.दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल में अपने कई वादों को अमल में लाने की कोशिश की। अवैध नागरिकों पर ट्रंप का रुख 1.ट्रंप ने चुनाव से पहले कहा था कि वे सभी अवैध नागरिकों को अमेरिका से बाहर निकाल देंगे। 2.उन्होंने अपने कार्यकाल में इस दिशा में कड़े कदम भी उठाए। नरेंद्र मोदी और रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा 1.नरेंद्र मोदी सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने का वादा किया था। 2.लेकिन अब तक इस वादे को पूरी तरह लागू नहीं किया जा सका है। हर चुनाव में वही मुद्दा 1.हर चुनाव में रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने का मुद्दा उठाया जाता है। 2.लेकिन यह अब तक केवल चुनावी चर्चा तक ही सीमित रहा है। निष्कर्ष 1.नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप दोनों की नीतियों में अंतर देखा जा सकता है। 2.ट्रंप ने अपने वादों को लागू करने की दिशा में कदम उठाए, जबकि मोदी सरकार अब तक इस मामले में पूरी तरह सफल नहीं हुई है। #NarendraModi #DonaldTrump #IndianPolitics #USPolitics #ElectionPromises #IllegalImmigration #RohingyaIssue #ModiGovernment #bharatidea #TrumpAdministration #PoliticalComparison #ImmigrationPolicy #GroundReality #ElectionCampaign #IndianElections #PoliticalDebate #Deportation

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का बड़ा निवेश: पश्चिम बंगाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ₹50,000 करोड़ का निवेश करने जा रही है। ममता बनर्जी पर उठते सवाल: ममता बनर्जी, जो अक्सर केंद्र सरकार को अंबानी और अदानी के नाम पर घेरती थीं, अब खुद बड़े कॉर्पोरेट निवेश को बढ़ावा दे रही हैं। राजनीतिक विरोधाभास: क्या ममता बनर्जी अब अंबानी के हाथों बिक गई हैं? वही सवाल जो वे केंद्र पर उठाती थीं, क्या अब उन पर भी लागू नहीं होते? मुकेश अंबानी की घोषणा: 8वें बंगाल ग्लोबल बिज़नेस समिट में रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस निवेश की घोषणा की। नौकरी के अवसर: इस निवेश से पश्चिम बंगाल में 1 लाख नई नौकरियां सृजित होने की संभावना है। जनता की नजर: क्या यह फैसला राज्य की आर्थिक तरक्की के लिए है या फिर इसमें कोई राजनीतिक मजबूरी छिपी है? #RelianceIndustries #MukeshAmbani #MamataBanerjee #WestBengal #Investment #BusinessSummit #AdaniAmbani #Politics #Employment #CorporateInvestment #BengalDevelopment #IndianEconomy #TMC #ModiGovernment #IndustrialGrowth #bharatidea #RelianceInvestment #JobCreation #PoliticalDebate

पीएम मोदी ने खड़गे की खूब तंग खिंचाई की 😂 #bharatidea #MallikarjunKharge #NarendraModi #BJP #CongressDecline

टीएमसी का प्रोपेगेंडा हुआ एक्सपोज. #bharatidea #TMC #WestBengalNews #budgetsession

दिल्ली में मुस्लिम वोटों में बड़ी फूट? AAP के लिए खतरा! नई दिल्ली: कई पत्रकारों की रिपोर्ट के अनुसार, AIMIM की एंट्री के चलते मुस्लिम वोट बैंक में भारी फूट देखी जा रही है। आम आदमी पार्टी (AAP), जो अब तक इस समुदाय के बड़े समर्थन पर निर्भर थी, अब अपने सबसे वफादार वोट बैंक में भी कड़ी टक्कर झेल रही है। ओखला में शिफा-उर-रहमान ने बड़ी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसका असर AAP के प्रदर्शन पर पड़ सकता है, क्योंकि यह इलाका पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता था। AIMIM की बढ़ती पकड़ से साफ संकेत मिल रहे हैं कि असदुद्दीन ओवैसी जल्द ही NCR की राजनीति में बड़ा कदम उठा सकते हैं। अगर यह वोट बंटवारा जारी रहता है, तो आगामी चुनावों में इसका सीधा फायदा बीजेपी या कांग्रेस को मिल सकता है। क्या केजरीवाल की पार्टी इस चुनौती से निपट पाएगी? यह चुनावी नतीजे तय करेंगे! #DelhiElections #AAP #AIMIM #AsaduddinOwaisi #ShifaUrRehman #Okhla #MuslimVotes #VoteSplit #ArvindKejriwal #DelhiPolitics #NCRPolitics #LokSabhaElections #IndianPolitics #Election2024 #PoliticalShift #BJP #Congress #bharatidea

दलित समाज को सच्चाई स्वीकार करनी होगी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का नाम लेकर राजनीति करने वाली कांग्रेस की असलियत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेनकाब कर दी है। यह ऐतिहासिक सच्चाई है कि स्वतंत्रता के समय कांग्रेस ने अंबेडकर जी को नीचा दिखाने की हर संभव कोशिश की थी। लेकिन आज वही कांग्रेस उनके नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। दुर्भाग्यवश, दलित समाज कांग्रेस और कुछ अन्य शक्तियों के बहकावे में आकर हिंदू धर्म को गाली देने लगा है, जबकि सच्चाई यह है कि कांग्रेस ही अंबेडकर जी का सबसे बड़ा अपमान करने वालों में शामिल रही थी। आज दलित समाज को समझना होगा कि वह केवल एक राजनीतिक कठपुतली बनकर रह गया है, जिसका इस्तेमाल हिंदू समाज को विभाजित करने के लिए किया जा रहा है। अब समय आ गया है कि दलित समाज जागे, इतिहास को सही तरीके से पढ़े और सच्चाई को स्वीकार करे। #DalitAwakening #BRAmbedkar #CongressExposed #DalitPolitics #HinduUnity #PoliticalManipulation #AmbedkarTruth #DalitRights #IndianPolitics #ModiOnAmbedkar #DalitHistory #CongressAgenda #SocialJustice #PoliticalAwareness #BabaSaheb #bharatidea

कांग्रेस की राजनीति: हिंदू विरोध या तुष्टीकरण? भारतीय राजनीति में धर्म और आस्था का विशेष महत्व रहा है। लेकिन जब एक पार्टी का रवैया दोहरा प्रतीत होता है, तो सवाल उठना स्वाभाविक है। कांग्रेस पार्टी पर अक्सर हिंदू विरोधी राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं। सवाल यह है कि बाबर की कब्र पर जाने से कांग्रेस नेताओं को परहेज नहीं, लेकिन कुंभ मेले या राम मंदिर जाने से क्यों? यह राजनीति का एक पक्षपातपूर्ण चेहरा दिखाता है। बाबर, जिसने भारत पर आक्रमण किया और मंदिरों को नष्ट किया, उसकी कब्र पर जाना सेक्युलरिज्म माना जाता है, लेकिन हिंदू आस्था के केंद्रों से दूरी क्यों? क्या यह तुष्टीकरण की राजनीति नहीं? हिंदू समाज को इन सवालों पर विचार करना चाहिए। धर्मनिरपेक्षता का अर्थ किसी विशेष समुदाय की उपेक्षा नहीं, बल्कि सभी धर्मों को समान सम्मान देना होना चाहिए। जनता को अब कांग्रेस के इस दोहरे चरित्र को समझने की जरूरत है। #Congress #IndianPolitics #Hinduism #RamMandir #KumbhMela #BaburTomb #Secularism #PoliticalBias #HinduRights #VoteWisely #BharatiyaPolitics #DoubleStandards #ReligiousPolitics #India #Tushteekaran #BJP #CongressExposed #IndianCulture #Hindutva #TempleVsTomb #bharatidea

तमाशा करने वालों को क्या ख़बर हमनें कितने तूफानों को पार कर दिया जलाया है। #bharatidea #NarendraModi #BJP #MallikarjunKharge #Congress

राज तिलक की करो तैयारी हरियाणा के बाद दिल्ली में भी आ रहे है भगवाधारी । #bharatidea #DelhiElection2025 #BJPGovernment #AAP #Congress

दिल्ली में बदलाव की लहर? ग्राउंड रिपोर्ट: मौसमी सिंह, नई दिल्ली मैंने नई दिल्ली के 25-30 स्थानीय लोगों से बात की, और सभी ने कहा कि वे बदलाव के लिए वोट डाल रहे हैं। ~ यहां तक कि जब मैंने ऑफ कैमरा भी पूछा, तब भी सभी ने दोहराया कि वे बदलाव चाहते हैं। इस माहौल को देखते हुए, अरविंद केजरीवाल के लिए यह एक चिंता का विषय हो सकता है। प्रवेश वर्मा इस बार एक बड़े दावेदार के रूप में उभर सकते हैं और राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। क्या दिल्ली की जनता वास्तव में बदलाव चाहती है, या यह सिर्फ एक चुनावी लहर है? आने वाले चुनावी नतीजे इसका फैसला करेंगे। #ExitPoll #DelhiElections #ArvindKejriwal #PraveshVerma #AAP #BJP #PoliticalChange #DelhiVotes #GroundReport #MausamiSingh #IndianPolitics #LokSabhaElections #bharatidea #Election2024 #DelhiPolitics #VoteForChange #modivskejriwal