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Ekatmita Social Welfare Society ( प्रशासक समिति ®✊🚩 / Prashasak Samiti )
Ekatmita Social Welfare Society ( प्रशासक समिति ®✊🚩 / Prashasak Samiti ) *उद्द...
Sunil ydv SS
*Founder & CEO SS Motivation* • Author World Record Holder🏅Karamveer Chakra🏆 ...

पीपीआईडी - झारखंड, PEOPLES PARTY OF INDIA DEMOCRATIC JHARKHAND
भारत की एकमात्र पूर्णतया संवैधानिक और लोकतान्त्रिक राष्ट्रीय पार्टी *"पीपल्स पार...

🚩𝐒ᵃⁿᵃᵗᵃⁿⁱ𝐒ᵒᶜʰᵒ🚩
... #अगर_एक_सच्चे_हिन्दू_हो_तो_पूरा... .👇#डिस्क्रिप्शन_पड़के_जरूर_जाना👇.. . . 卐...

🚩अंकुर सनातनी, सनातन धर्म प्रचारक🚩
*उद्देश्य:* हिन्दुओं को जगाना, उनमें राष्ट्रीयता, हिन्दुत्व की भावना भरना है। बौ...

Jaybhimdlchief
Jaybhimdl दलित समाज कल्याण और विकास पर जोर देकर ओनके आर्छाण दिलाने के लिए और श...
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अबूझमाड़ में नक्सलियों की तलाश में Live...
*अबूझमाड़ में नक्सलियों की तलाश में Live ऑपरेशन:* कौन हैं नक्सलियों से लड़ रहे DRG जवान, बोले- खतरा है...
*इजरायल* से भीषण युद्ध लड़ रहे ईरान ने *भारत* के प...
*इजरायल* से भीषण युद्ध लड़ रहे ईरान ने *भारत* के प्रति बड़ी *सहिष्णुता* दिखाते हुए बड़ा कदम उठाया है...
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*"अखिल विश्व अखण्ड सनातन सेवा फाउंडेशन"*(पंजीकृत) *द्वारा संचालित* *अखण्ड सनातन समिति🚩🇮🇳* *क्रम...
इरान इजराइल के युद्ध को चलते हुए कई दिन हो चुके हैं.दोनों तरफ से जबरदस्त हमले हो रहे हैं...... लेकिन एक #perception का खेल भी चल रहा है.हमारे मन में इतने सालों से एक छवि बनी हुई थी... कि इजराइल बहुत #दमदार देश है, और वह जब चाहे इरान को #मसल सकता है.और यह कोई झूठ नहीं था... इजराइल ने ऐसा कर के भी दिखाया था इतिहास में. इजराइल ने कई युद्ध लड़े, और सभी में उसने अपने कई पड़ोसियों के साथ एक साथ लड़ाई लड़ी और जीती भी. ऐसे कई मौके आये जब इजराइल ने इरान, इराक पर हमले किये.. कभी कोई power plant उड़ा दिया, कभी Nuclear plant उड़ा दिया.. कभी Cyber Warfare कर दिया.... कुल मिलाकर एक जबरदस्त Dominance बना कर रखा.वहीं यह भी कमाल रहा कि इन देशों को पलट वार करने लायक़ नहीं छोड़ा इजराइल ने.इसमें कोई दोराय नहीं कि इजराइल एक बेहद advanced और बेहद ताकतवर देश है. और अकेला ही बड़े बड़े युद्ध लड़ सकता है.लेकिन....एक बात यह भी महत्वपूर्ण है... कि ना तो अब Cold War जैसा समय है... जब इजराइल एक ही साथ 5-7 देशों को हरा देता था. और ना ही इरान कोई फिलिस्तीन, जॉर्डन, या Egypt है. जिन्हे इजराइल खेल खेल में ही रेल देता है.इरान भी एक मजबूत देश है..... सैन्य मामलों में, Technology के मामले में.... उसका मिसाइल program काफी advanced है.. बेशक़ उसे North कोरिया या अन्य देशों से मदद मिली हो. उसका ड्रोन Development Program दुनिया के कुछ सबसे आधुनिक programs में से एक है.सबसे बड़ी बात.... इरान कोई पाकिस्तान जैसा भिखारी देश नहीं है.. आत्मनिर्भर है. लगभग पूरी दुनिया के द्वारा sanctions लगाने के बावजूद उसकी Economy अच्छी हालत में है.... पिछले कुछ समय में जो युद्ध हुए हैं... उनमे कई perception टूटे हैं.जैसे रूस और यूक्रेन के युद्ध में लगा था कि यह तो कुछ ही दिनों का खेल है... लेकिन आज इसे कई साल हो गए. हाँ.. यह सही है कि पश्चिम के देशों ने अपनी सारी ताकत झोंक रखी है... लेकिन फिर भी इतना समय नहीं लगना चाहिए था यह भी perception था कि पश्चिम के देशों के sanction लगाने से रूस बर्बाद हो जाएगा.... लेकिन यह भी नहीं हुआ. इसका उल्टा हुआ और रूस पिछले 2-3 सालों में आर्थिक रूप से कहीं ज्यादा मजबूत हुआ है.एक perception था कि पाकिस्तान एक nuclear देश है और किसी भी आपात हालत में वह भारत पर Nuclear attack कर देगा.... लेकिन भारतीय सरकार और सेना ने मिलकर उसका ऐसा इलाज किया है. कि अब पाकिस्तान वाले Nuclear का नाम भी नहीं लेते.इरान इजराइल के युद्ध में शुरू से perception रहा कि इजराइल जब चाहें..जहाँ चाहे इरान को Hit कर सकता है. और इजराइल ने यह किया भी.लेकिन इरान ने भी इजराइल के भीतर तक मिसाइल attack करके बता दिया कि इजराइल सुरक्षित नहीं है.Tel Aviv के इन videos को आप देखिये.... यह कोई बाहर के इलाके नहीं हैं.... Tel Aviv के Diamond Exchange District का दृश्य है..कहा जाए तो यह इजराइल का Financial Hub है..और यहाँ मिसाइल से hit करने का मतलब है. इजराइल के Nerve सेंटर पर हमला करना.इरान तो बर्बाद देश है.... इजराइल, US और मित्र देश मिल कर उस पर हजारों बम मिसाइल फोड़ रहे हैं..... अमेरिकी राष्ट्रपति के कहेनुसार उनका इरान के एयरस्पेस पर dominance भी है..... फिर भी इरान हमले कर रहा है..... बड़ी बड़ी मिसाइल fire कर पा रहा है.इसका अर्थ तो यही निकलता है कि अमेरिका बतौले बाजी कर रहा है. और इजराइल का एयर Defence उतना अच्छा नहीं है, जितना बताया जाता है.और इसी से एक बना बनाया perception टूटता है. हमारे मन में एक छवि कहीं ना कहीं टूटती है. कि इजराइल invincible नहीं है.एक ही महीना पहले भारत पर भी सैंकड़ो Drones और ballistic मिसाइल्स से हमला हुआ था.लेकिन भारत में कोई नुकसान नहीं हुआ.इससे भी एक perception टूटता है... जो कुछ लोगों के मन में है.कि भारत एक कमजोर देश है. कि भारत Technology में बहुत पीछे है.Perception टूटना अच्छी बात है.... सच सामने दिखता है.सच यही है... कि युद्ध तो होने ही हैं... और अपना युद्ध अपने आप ही लड़ना होगा.... आपकी सहायता के लिए कोई नहीं आएगा..... स्वयं को मजबूत बनाएं. आत्मनिर्भर बनाएं... Technology पर लगातार काम करें... Research पर काम करें...... तभी हम अपने आपको बचा पाएंगे.क्योंकि दुश्मन हमारे भी चारों ओर हैं... इजराइल को बचाने तो फिर भी ढेरों देश खड़े होते हैं. हमें तो अपना खुद ही देखना है... और हम देख भी रहे हैं.
इरान इजराइल के युद्ध को चलते हुए कई दिन हो चुके हैं. दोनों तरफ से जबरदस्त हमले हो रहे हैं...... लेक...
कांग्रेस ये जान चुकी है के इंदिरा और नेहरू की पोल देश में अब खुल चुकी है। भारत पहले की तरह कम्युनिकेशन के अभाव में बिखरा हुआ और अज्ञानता से भरा नहीं रहा है। भारत में तकनीकी क्रांति का नुकसान सबसे ज्यादा कांग्रेस को हुआ है… अब वो नेहरू इंदिरा राजीव के नाम पर वोट मांगने से भी कतराती है।ऐसे में आजकल कांग्रेस आइटी सेल को जिम्मा सौंपा गया है नेहरू इंदिरा की लाज बचाने का। इस काम में it सेल ऐसी बातों को गढ़ते हैं जो कभी हुई ही ना हो… क्योंकि जो घटना हुई नहीं होती उसका सच जानना तो दूर उसका झूठ भी नहीं पकड़ा जा सकता।ऐसी ही एक मनगढ़ंत स्टोरी व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से पढ़कर एक कांग्रेसी चमचा मार्केट में लोगों के बीच बैठके कह रहा था, “70 देशों के दौरे मोदी ने किए हैं, पर 70 देशों ने नेहरू पर डाक टिकटें जारी की हैं, जहां वह कभी गए नहीं थे। सोचो कितनी दुनिया मानती होगी उन्हें!”यह सुनकर मैं मन ही मन मुस्कराया और इस कांग्रेसी की दिमागी धुलाई की सूझी!मैने कहा, “सबसे पहली बात जब तुमने कहा 70 देश मोदी गया और 70 देश नेहरू की डाक टिकट छपी… मै इस 70-70 वाले मिलते जुलते आंकड़े को सुन समझ गया था यह कोरी बकवास है” … “यह 70 वाला आंकड़ा आधिकारिक भी है या नहीं? इसे तू यहां साबित भी नहीं कर सकता… और कहीं से कांग्रेसी नेता की बकवास यहां ले आया लोगों को मूर्ख बनाने”“दूसरी बात, आज के समय में डाक टिकटों की कोई वैल्यू नहीं दुनिया में,, ये सिर्फ भारत में चोंचले थे कई वर्षों पहले के… आज की डेट में किस देश ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया.… ये मायने रखता है… आज पूरी दुनिया में मोदी इकलौता राष्ट्रध्यक्ष है जिसे 23 सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिले हैं विश्वभर से… पुतिन को 8 तो ट्रंप को 3 ऐसे सम्मान मिले हैं… अब तू बता तेरी इंदिरा या नेहरू को कितने सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिले?”…बस यह सुनते ही वो कांग्रेसी चमचा महफिल से उठकर भाग गया …ऊपर से लड़ वो मुझसे सकता था नहीं, मेरे स्वभाव से अच्छी तरह वाकिफ था।
कांग्रेस ये जान चुकी है के इंदिरा और नेहरू की पोल देश में अब खुल चुकी है। भारत पहले की तरह कम्युनिके...
सैनिक मोर्चे पर रहकर बलिदान देते हैं। एक सामान्य घर बैठे नागरिक की इतनी सी जिम्मेवारी बनती है कि वो सहनशील रहे। कोई ऐसा युद्ध नहीं होता जिसमें आप कुछ भी ना खोओ। इजराइल की लगभग 1 करोड़ जनसँख्या का 0.001% भी मारे गए तो बड़ी बात हो जाएगी। "बॉर्डर एरिया वालों को झेलना पड़ता है" वाला राग भी बहुत बचकाना है। इतिहास में जब युद्ध तलवारों से लड़े जाते थे तब कोई बॉर्डर नहीं होता था। युद्ध सबने झेले हैं-पानीपत ने भी, दिल्ली ने भी और वो भी दौर था जब लुटेरे हमलावर केवल अनाज और महिलाओं के लिए गाँव के गाँव उजाड़ देते थे।बाकी आज भी अगर युद्ध आरपार का होता है तो सबसे अधिक बड़े शहर और मोर्चे पर लड़ रहे सैनिक झेलते हैं। "बॉर्डर एरिया" जो थोड़ा बहुत "युद्ध विराम उलंघन" झेलता है वो भी इसी कारण कि निर्णायक युद्ध नहीं लड़े जाते हैं और उधर सनकी को "मैंने एक चांटा अधिक मारा" में संतुष्टि मिलती है।
सैनिक मोर्चे पर रहकर बलिदान देते हैं। एक सामान्य घर बैठे नागरिक की इतनी सी जिम्मेवारी बनती है कि वो ...
*ईरान की बहादुरी की मिसाल:* ईरान दुश्मन से सामने...
*ईरान की बहादुरी की मिसाल:* ईरान दुश्मन से सामने से लड़ रहा है। मिसाइल दागने से पहले वह इज़राइल को...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान का समय समाप्त ...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान का समय समाप्त होने के बाद 76 लाख वोट डाले गए। वंचित बहुजन आघाड...
#थप्पड़ भारत की जनता जिस थप्पड़ की बहुत विकलता से प्रतीक्षा कर रही थी आखिर वह थप्पड़ मोदी ने ट्रम्प को जड़ ही दिया और वह भी तीन बार, दो बार प्रत्यक्ष और एक बार अप्रत्यक्ष। 1)अप्रत्यक्ष थप्पड़:- मोदी ने मेक्रो के पास जाकर हँसते हुये बोला कि आजकल वह ट्विटर (X) पर लड़ रहे हैं। वस्तुतः यह ट्रम्प का मजाक उड़ाना था जो समान्यतः कोई भी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ नहीं करता बल्कि मेरा तो मानना था कि उसमें 'उस बेवकूफ के साथ' सायलेंट था। 2) जब ट्रम्प ने फोन पर मोदी से बात की और उन्हें वाशिंगटन आने का न्योता दिया तो पहले से ही सुनाने को भरे बैठे मोदी ने बिना लाग लपेट के सीधे पूछ लिया कि पहले ये बता कि हमारी बातचीत ट्रेड, युद्धविराम के ऊपर कब हुई जबकि ऑपरेशन सिंदूर तो अभी भी जारी है। 3)खिसियाये ट्रम्प ने मोदी को वाशिंगटन आने का निजी न्योता दिया(सम्भवतः मनाने के लिए) तो मुनीर की अमेरिका में उपस्थिति से क्रुद्ध मोदी जी ने स्पष्टतः ना बोलकर तीसरा थप्पड़ जडा क्योंकि सामान्यतः अमेरिकी राष्ट्रपति के न्योते ऐसे नहीं ठुकराये जाते। अगर ठेठ गंवार भाषा में इस इनकार का सीधा अनुवाद करूँ तो वह कुछ ऐसा होगा -- "भाड़ में जा तू। तुझे तो अपनी इज्जत की परवाह है नहीं जो अपने से बहुत नीचे के पद के अधिकारी से मिलकर राष्ट्रपति पद की गरिमा धूल में मिला रहा है, पर मैं ऐसे आदमी से नहीं मिलूँगा जो 140 करोड़ के देश के प्रतिनिधि और एक 'नौकर' में अंतर नहीं समझता।"जी हाँ, सम्भवतः ट्रम्प अनोपचारिक रुप से मुनीर को मोदी के साथ खड़ा करने की डिप्लोमेसी खेल रहे थे जिसे भारतीय पक्ष ने ताड़ लिया। इतिहास में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका की प्रतिष्ठा को इतना नहीं गिराया होगा जितना ट्रम्प ने और इतना सीधा स्पष्ट व कठोर उत्तर भी शायद ही किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने दिया हो। मगर मजे की बात यह है कि थप्पड़ ट्रम्प को पड़े हैं और गाल इधर कांग्रेसी सहला रहे हैं।
#थप्पड़ भारत की जनता जिस थप्पड़ की बहुत विकलता से प्रतीक्षा कर रही थी आखिर वह थप्पड़ मोदी ने ट्रम्प क...
खैर जाने दो.....!! यह बात 10 जनपथ के खानदानी चमचों की समझ से परे हैं. G-7 बैठक के दौरान, जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ, जब प्रधानमंत्री मोदी जी की मुलाकात हुई तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से कहा: आजकल आप Twitter पर बड़ी जोरों से लड़ाई लड़ रहे हैं..... मित्रों.. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके ट्वीट-स्टॉर्म राष्ट्रपतित्व पर यह एक स्पष्ट कटाक्ष है नरेंद्र मोदी जी के द्वारा. इसलिए पोस्ट की हेडलाइन पर लिखा है कि, यह चमचों की समझ से परे हैं. तो मेरे महानुभव मित्रों इस मुलाकात में हुए वार्तालाप की Anand लिजिए.
खैर जाने दो.....!! यह बात 10 जनपथ के खानदानी चमचों की समझ से परे हैं. G-7 बैठक के दौरान, जब फ्रांस...
यूक्रेन बनाम रूस जैसा कोई युद्ध वास्तव में नहीं है...
यूक्रेन बनाम रूस जैसा कोई युद्ध वास्तव में नहीं है और न ही ईरान बनाम इज़राइल। हाँ, यह सब अपनी अपनी भ...
Shreenathji Nity darshan
व्रज – आषाढ़ कृष्ण अष्टमी Thursday , 19 June 2025 चंदनी मलमल का गुलाबी छाप का पिछोड़ा एवं श्रीमस्तक प...